ghadi ka avishkar kisne kiya
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स्वागत है आप सभी का हमारे और एक शानदार अविष्कार के सीरीज में आज हम बात करने वाले है ghadi ka avishkar kisne kiya इसके बारेमें और इसके प्रकार और इसके इतिहास के बारेमें बात करने वाले है ।

आज के समय में कौन इस्तमाल नहीं करता है घड़ियाँ का हर कोई करता है भले ही वो पहले के ज़माने की तरह हाथ में नहीं पेहेनते है पर कहीं ना कहीं अपने मोबाइल फ़ोन में इस्तमाल करता है । क्या अपने सोचा है अगर किसके पास घडी नहीं होता तो हमारा जिंदगी किस तरह होता ?

चोलो आज हमारे पास घडी है जिसके वजह से हम अपना वक्त जाने सकते है । आज के समय में घडी के बारेमें बताना और इसके इस्तमाल और फायदे के बारेमें बाटना का कोई मतलब नहीं है क्यों की ये सब चीज हर किसीको पता होता है पर क्या आप घडी के इतिहास के बारेमें जानते है कैसे घडी बानी है, घडी का अबिष्कार किसने किया था और कैसे धड़ी का बिकसित हुआ यानि घडकी का इतिहास है अगर आप नहीं जानते है तो कोई बात नहीं आज हम उन्ही चीजों के बारेमें बतायेगे और कुछ आपको रोचक टास्थ्य बी देंगे घडी के बारेमें ।

Ghadi ka Avishkar Kisne Kiya था ?

ghadi ka avishkar kisne kiya

गाढ़ी वो चीज है जिसका काम है की हमें समय बताना । 15 की दसक में Peter Henein नाम के Nuremberg के रहने वाले एक clockmaker ने घडी का अविष्कार किया था । इसके साथ साथ और बी बोहोत सारे लोग ने घडी बनाया था तब के समय में पर Peter को घडी का अविष्कारक माना जाता है ।

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घडी की इतिहास

गाढ़ी बन पायी इसके पीछे एक यन्त्र छुपा हुआ है जिसका अविष्कार 15 की दसक में ही हुआ था जिसका नाम है mainspring अगर यह नहीं होता तो कभीभी घडी की अविष्कार नहीं हो पाता । इसी यन्त्र के बाद है घडी धीरे धीरे छोटे होने लगी और आज आपके हाथ में है ।

फिर धीरे धीरे जैसे जैसे समय बिता वैसे वैसे घडी को बिकसित किया गया है और आज आपके सामने कही प्रकार की घडी देखने केलिए मिलते है । चलिए जानते है घडी के प्रकार के बारेमें घडी के प्रकार इसके बिकसित होते होते बना है

पथर की घडी

गाढ़ी का सबसे पहले अविष्कार बोहोत पहले हो गया था, सबसे पहला घडी था जब लोगों ने समय को नापने केलिए पठा का इस्तमाल करते थे और सूर्य का इस्तमाल करते थे । जैसे जैस धुप निकलता था उन पथरों पे पड़ता था और उसी हिसाब से लोग अपना समय नापते थे । फिर लोगों ने रेत का इस्तमाल करने लगे समय को नापने केलए कच के अंदर रेत रखे उसी से  अपना समय को नापने लगे थे ।

पॉकेट घडी (The Pocket Watch)

घडी के अविष्कार होते ही लोगों ने इसके बारेमें सोचना सुरु कर दिया था की कैसे वो अपने हाथ में लेके जा सकते है अपने समय को ताकि उन्हें हमेसा पता रहे है अपने समय के बारेमें जिक्से वजह से कुछ ही समय के बाद पॉकेट घडी को बनाया गया था ।

जो पहली गाढ़ी बानी थी उसे लोग इस्तमाल करने केलिए अपने गले के चारो और लपेटना पड़ता था जो की लोगों थोड़ा मुश्किल होता था और उसी वक्त लड़के में एक fashion आया हुआ था कोट पहने का तो उसीको देखते है पॉकेट घडी बनायीं गयी जो की लोग उसे अपने कोट की pocket में रख के घूमने लगे ।

फिर 1800 की दसक में घडी में एक चैन लगा दिया गया और छोटे से पॉकेट में दिया गया जो की लोग अपने कोट में लेके जा सकते थे ।

Pendulum घडी का अविष्कार किसने किया था

समय के हिसाब से जैसे जैस घड़ियाँ बनने लगे फिर pendulum घडी का अविष्कार हुआ था और इसको अविष्कार किये थे Christiaan Huygens ने । इसी प्रकार की घडी आकार में बड़े होते थे जिसके वजह से इनसब को घर में ही इस्तमाल किया जाता है और आज के समय बी इसी प्रकार के घड़ियाँ चलते है ।

घडी के प्रकार

जैसे जैस घडी बनते गए वैसे वैसे इसके बोहोत सारे प्रकार बनते गए है, चलिए जानते है इन्ही सब घडी के प्रकार के बारेमें

  1. एनालॉग घड़ियाँ
  2. डिजिटल घड़ियाँ
  3. हाइब्रिड घड़ियाँ
  4. मैकेनिकल स्वयंचालित घड़ियाँ
  5. स्मार्ट घड़ियाँ
  6. टचस्क्रीन घड़ियाँ

1. एनालॉग घड़ियाँ: इसी प्रकार की घिड़या थोड़े से पुराने किसम के होते है इनमे कोई बी डिजिटल चीजों का इस्तमाल नहीं हुआ होता है इसमें आप बस समय ही देख सकते है और कुछ नहीं कर सकते है ।

2. डिजिटल घड़ियाँ: साल 1920 में के बाद पहली बार डिजिटल घड़ियाँ बनना सुरु हुआ था और तब पहली बार कोई screen का इस्तमाल करके घड़ियाँ बनाया गया था ।

3. हाइब्रिड घड़ियाँ: आपको इसके नाम से ही पता चल रहा होगा ये किस प्रकार के घड़ियाँ होंगे । इसमें आपको एक से ज्यादा feature देखने केलिए मिलते है इसमें आपको साधारण घड़ी की तरह देखने केलिए होते है पर इसमें और थोड़े feature होते है जैसे की भले ही इसमें touch screen नहीं यही फिर बी इसमें आपको अलार्म जैसे फीचर देख सकते है ।

4. मैकेनिकल स्वयंचालित घड़ियाँ: इसी प्रकार की घडिया में spring की इस्तमाल किया गया और ये सब मोशन से चलने वाले थे जैस ही आप इसे पहनते है या निकलते है ये स्प्रिंग घूमती है और चालू होती है इसी तरीके को अपना के मैकेनिकल स्वयंचालित घड़ियाँ बांयी गयी ।

5. टचस्क्रीन घड़ियाँ: सायद आपको इसके बारेमें ज्यादा बताने की जरुरत नहीं आप सभी को इसके बारेमें पता होगा इसी प्रकार की घड़ियाँ में स्क्रीन लगी होती है जो आपके टॉस के साथ चलती है और उसमे आप तरह तरह का चीज बी कर सकते है touch करके ।

5. स्मार्ट गाड़ियां: आज कल आपको मार्किट में इसी प्रकार की घड़ियाँ देखने केलिए मिल जाते है इसका नाम smart रखा गया है क्यों की समय दिखने के साथ इसमें आप कही सारे काम कर सकते है । आज के समय की smart घड़ियाँ आपके मोबाइल, टीवी, laptop और अन्य इलेक्ट्रॉनिक यन्त्र के साथ जुड़ा हुआ रहता है जिसके जरिये आप अपने घडी से सारा चीज को चला सकते है ।

घडी के कुछ रोचक तथ्य ( Fact About Watch in Hindi )

चलिए जान लेता है घडी के बारेमें कुछ रोचक तथ्य के बारेमें

  • हाथ में पहने वाली घड़ियाँ हिकात में लड़कियों केलिए बनाया गया था फिर लड़के लोगों ने पहना सुरु किया ।
  • 17 वी दसक तक मिनट कांटा की कोई मान्यता नहीं थी लग बस घंटे का ही इस्तमाल किया करते थे ।
  • आज तक की सबसे महंगी घडी बेचीं गयी थी अमेरिका में जिसकी कीमत करीबन 17.8 मिलियन डॉलर थी ।
  • सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला घडी का कलर है black
  • Rolex घडी बनाने वाली कंपनी करीबन 1905 से घडी बनाते आ रही है ।
  • दुनिया की बोहोत की घड़ियाँ को टेस्ट करने केलिए उचाई से फेका जाता है

???? Radio का अविष्कार किसने किया था ?

???? Mobile Phone का अविष्कार किसने किया था ?

???? Calculator का अविष्कार किसने किया था ?

???? Train का अविष्कार किसने किया था ?

???? Telescope का अविष्कार किसने किया था ?

आज अपने क्या सीखा

आज हमने आपको घडी का अविष्कार किसने किया था बताया और इसके प्रकार के बारेमें और आपको हमने आज आपको इसके इतिहास से लेके इसके प्रकार के बरमें बताया है, अगर आपको हमारा ये पोस्ट अच्छा लगा है तो आप अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर कीजिये और कुछ बी जानना है तो आप हमें कमेंट करके बी पूछ सकते है ।

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